- इलाज के नाम पर लोगों के हाथ भी चूमता था
- अभी तक 29 लोगों की पहचान हो पायी है जिनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है
- बाबा के संपर्क में आए भक्तो और अन्य लोगो की रिपोर्ट अब कोरोना पॉजिटिव आ रही है
- बाबाओं के भेष में तमाम ठग और चोर भोले भले लोगो को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ते
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भारत में झाड़फूंक, टोना-टोटका और अंधविश्वास को मानने वालों की काफी संख्या है।जहां सरकार कोरोना महामारी बचने और इलाज के लिए लगातार लोगों को जागरूक कर रही है।
वही कुछ ऐसे लोग भी है जो उसके बावजूद भी अंधविश्वास के चक्कर में पड़ते जा रहे हैं।ऐसे लोगों को झांसे में लेकर बाबाओं के भेष में तमाम ठग और चोर भोले भले लोगो को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ते। हल ही मे ऐसा ही एक मामला सामने आया है.
जिसमें एक बाबा भक्तो का हाथ चूमकर कोरोना बीमारी और अन्य समस्याएं दूर करने का दावा करता था।लेकिन असलम बाबा खुद कोरोना से संक्रमित था, उसके बाद भी वह लोगों से मिलता रहा था।
और 4 जून को असलम बाबा की मौत हो गई। बाबा के संपर्क में आए भक्तो और अन्य लोगो की रिपोर्ट अब कोरोना पॉजिटिव आ रही है।
जानकारी के अनुसार असलम बाबा हाथ चूम कर कोरोना का इलाज करता था। प्रशासन द्वारा जागरूकता चलाए जाने के बाद भी स्थानीय लोग असलम से इलाज कराने जाते थे। वह तंत्र-मंत्र के जरिए कोरोना भगाने का दावा करता था
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ये मामला मध्य प्रदेश के रतलाम का है। जहां बाबा ने इलाज करने की जगह पर 29 लोगों के हाथ चूमकर कोरोना महामारी से संक्रमित कर दिया है।
असलम बाबा रतलाम के नयापुरा में झाड़फूंक करता था और ताबीज देता था। लोग बड़ी संख्या में इसके पास जाते थे और यह अक्सर इलाज के नाम पर लोगों के हाथ भी चूमता था।
इस बाबा ने अपने मरने से पहले ना जाने कितने लोगो को ये कोरोना महामारी बांट दी है जिनमे से अभी तक 29 लोगों की पहचान हो पायी है जिनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है
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