- यह एक सप्ताहांत (Weekend) लॉकडाउन होगा
- पंजाब में वीकेंड और पब्लिक हॉलीडे पर पूरी तरह से लॉकडाउन रहेगा
- कि बड़ी भीड़ जमा न होने संबंधी निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए
- औद्योगिक गतिविधियों को सभी दिन सामान्य रूप से कार्य करने की अनुमति होगी
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जहां पुरे देश में कोरोना महामारी अपना कहर बर्षा रही है वही देश धिरे धिरे अनलॉक को और बाद रहा है इसी बीच पंजाब सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है पंजाब सरकार ने कम्युनिटी संक्रमण को धयान में रखते हए एक बार फिर से लॉकडाउन सुरु करने की घोषणा कर दी है. दरअसल यह एक सप्ताहांत (Weekend) लॉकडाउन होगा।
बता दे की सरकार ने अभी सप्ताहांत (Weekend) और किसी भी छुट्टी वाले दिन संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया है जिसमें आवश्यक सेवाओं को छोड़कर किसी को भी घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी. यानी के शनिवार और रविवार को पंजाब में पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा.
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पंजाब सरकार के आदेशों के अनुसार, पंजाब में वीकेंड और पब्लिक हॉलीडे पर पूरी तरह से लॉकडाउन रहेगा. यानी कि शनिवार और रविवार को सरकारी अवकाश पर दुकानें नहीं खोली जाएंगी. और इसके अलावा इन दिनों में राज्य में ट्रांसपोर्टेशन पर भी रोक लगा दी गई है.
यहां तक कि राज्य सरकार दिल्ली से आने वाले लोगों के लिए कड़े प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है. साथ ही मुख्यमंत्री ने ये भी चेतावनी दी कि कोरोना महामारी आने वाले दिनों में नहुत ही खतरनाक रूप धारण कर सकती है। उन्होंने मेडिकल और स्वास्थ्य विशेषज्ञों से कहा कि सख्त शर्तें लागू करने और दिल्ली से आने वाले सभी लोगों के पास कोरोना टेस्ट का सर्टिफिकेट हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
डीजीपी ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी से पंजाब में रोजाना 500 से 800 वाहन आते हैं। सप्ताहांत (Weekend) और छुट्टियों पर प्रतिबंधों को कड़ा करने का निर्णय पंजाब में संक्रमण के सामुदायिक प्रसार के चरण में पहुंचने की आशंकाओं के बीच लिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि, औद्योगिक गतिविधियों को सभी दिन सामान्य रूप से कार्य करने की अनुमति होगी.
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कोरोना संबंधी रिव्यू मीटिंग में ये निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी साफ किया है कि इस दौरान इंडस्ट्री खुली रहेगी। उन्होंने डीजीपी दिनकर गुप्ता से कहा कि बड़ी भीड़ जमा न होने संबंधी निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए। ये कदम विश्व भर में कोरोना केसों में वृद्धि के कारण उठाए जाने जरूरी है। वायरस की कोई दवा या इलाज न होने की संभावना को देखते हुए सिर्फ सख्त प्रोटोकॉल महामारी के खिलाफ लड़ाई का एकमात्र रास्ता है।
साथ ही मुख्यमंत्री अमरिंदर ने कहा कि कोरोना वायरस के लक्षण सामने आने में तीन-चार दिन लगते हैं। इसलिए दूसरे राज्यों से आने वालों का सप्ताह के बाद टेस्ट किया जाए। टेस्ट के दौरान उनको होम क्वारंटाइन किया जाए। और घर से कही भी बाहर आने जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।डीजीपी ने सूचना देते हुए कहा कि इसके लिए 550 पुलिस टीमें काम कर रही है.
साथ ही बता दें कि पंजाब सरकार की कोशिशों के बावजूद पंजाब में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। फिलहाल राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगभग 2,805 है जबकि इस महामारी से अब तक 55 लोगों की जानें जा चुकी हैं।
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