- इन सभी लोगों को कोरोना संक्रमितों के साथ रखा गया
- फिलहाल सभी 35 लोगों को डिस्चार्ज कर छुट्टी दे दी गई है
- जब सैंपल को सरकारी लैब चेक कराया गया लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई
- एक टेस्ट की कीमत 4,000 रुपये से 5,000 हजार रुपये तक मोती रकम वसूली जाती है
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जहा आज पूरा देश कोरोना महामारी से परेशान है वही कुछ लोग अपने फायदे के लिए लोगों की जान का सौदा करने से बाज नहीं आ रहे है ऐसा ही एक मामला सामने आया है बार गौतम बुध नगर के नॉएडा की है जहां कुछ पैसो के खातिर कोरोना टेस्टिंग लैब्स बाले लोगों की ज़िंदगी से खेल रहे है एक प्राइवेट लैब ने निगेटिव लोगों को कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट थमा दी. जबकि वो सारे के सारे लोग निगेटिव थे. इन सभी लोगों को कोरोना संक्रमितों के साथ रखा गया. मामला मीडिया में वायरल होते ही इन प्राइवेट लैब्स को नोटिस भेजा गया है.
सूत्रों से पता चला है कि नोएडा में ऐसे 25 से ज्यादा लोग हैं जिन्हें हल्के बुखार, खांसी और ज़ुखाम की शिकायत थी. तो ये सभी लोग इलाज के लिए अपने-अपने घरों के नजदीक स्तिथ प्राइवेट डॉक्टर्स के पास गए जहां डॉक्टर्स ने इन सभी लोगों को कोरोना का शक बताकर टेस्ट करने की सलाह दी गई. फिर इन लोगों ने प्राइवेट लैब में कोरोना टेस्ट करवाया और कुछ लोगों के घर जाकर ही सैंपल इकट्ठा किए गए. जिसमे उन सभी लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पायी गयी.
तो घबराये हुए इन सभी लोगों ने इसके बाद सरकारी द्वारा तैयार किए गए ग्रेटर नोएडा शारदा अस्पताल के कोविड आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया, जहां इनकी सभी की दोबारा से जांच की गई और हैरानी की बात ये है कि काफी सारे लोगों की रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आई, जिससे नोएडा प्रशासन में हड़कंप मच गया है और साथ ही इन प्राइवेट लैब्स को नोटिस भेजा गया है.
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गौतम बुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी दीपक ओहरी के मुताबिक कुछ लोगों का सैंपल निजी लैब में लिए गए थे और लोगों को पॉजिटिव बता दिया गया था. हालांकि, जब सैंपल को सरकारी लैब चेक कराया गया लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई. फिलहाल सभी 35 लोगों को डिस्चार्ज कर छुट्टी दे दी गई है. और साथ ही सीएमओ ने कहा कि इन प्राइवेट लैब्स को नोटिस भेजा गया है.
नोएडा में प्रशासन को ऐसी 6 लैब्स की जानकारी मिल चुकी है जिनके खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी. दता दे की , ये सभी प्राइवेट पैथ लैब नोएडा के अलग-अलग इलाकों में स्थित हैं. इनके कर्मचारी मोटरसाइकिल पर लोगों के घर जाकर सैंपल इकट्ठा करते हैं. एक टेस्ट की कीमत 4,000 रुपये से 5,000 हजार रुपये तक मोती रकम वसूली जाती है. इतनी मोटी रकम लेने के बावजूद लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा था.
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